Thursday, April 16, 2015






एक गाँव ऐसा भी--------नॉएडा शेहेर के बीचोंबीच बसे गाँव रोहिल्लापुर (सेक्टर 132)को किसी भी तरह से मॉडर्न विलेज कहा जा सकता है,यहाँ चौड़ी सड़कें ,बड़ी नालियां ,पानी और बिजली से लेकर इंटरनेट, हॉस्पिटल आदि सभी  सुविधाएं हैं , इसका कारण नॉएडा से इस गाँव को चारों और से घेर लेना भी है, पर यहाँ इन खूबियों के आलावा एक खूबी और है जो इसे औरों से अलग बनाती हैं ,  यहाँ पर स्तिथ पीर बाबा की मज़ार , यह प्राचीन मज़ार  न जाने कब से इन ग्रामवासियों की आस्था का केंद्र बनी  हुई है, यह गाँव राजपूत समुदाय द्वारा 1857  के करीब बसाया गया ,पर अब यहाँ और भी जातियों ,समुदायों और  धर्म के लोग साथ रहते हैं, गाँव के पूर्व प्रधान और वरिष्ट लेखक श्री अजीत सिंह तोमर ने बताया की गाँव के लोगों की पीर बाबा में असीम आस्था है ,और हर गुरूवार को  हिन्दू मुस्लिम आदि सभी धर्मों और समुदायों के लोग यहाँ आते हैं और  साथ में पीर बाबा की पूजा करते हैं , मान्यता है के पीर बाबा सभी की मनोकामना पूरी करते हैं, इसी गाँव के श्री फ़ूलसिंघ जी ने बताया के 'पीर बाबा ने हमेशा से इस गाँव की रक्षा की है, और आगे भी करते रहेंगे ' !!!!!इस गाँव का  महत्व इसी बात लगाया जा सकता है  के जहाँ धर्म के  नाम पर दंगे ,धर्मपरिवर्तन , आदि इस देश को अस्थिर बना रहे हैं,यह गाँव और पीर बाबा  एक अनूठा उदाहरण हैं  देश में एकता और भाईचारे  की जड़ें मज़बूत करने के लिए !!!!

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